स्टूडेंट पर आर्थिक मंदी का क्या असर होगा ? Effect of Economic Slowdown on Student Career

जैसा कि हम जानते हैं कि कोरोना वायरस के समय अधिकतर सर्विसेज ऑनलाइन हो गए थे । कुछ क्षेत्र में बहुत विकास हुआ जैसे कि मेडिकल और आईटी सर्विसेज और कुछ में काफी नुकसान हुआ जैसे कि पर्यटन होटल इत्यादि आइए हम ठीक से समझे कि ऐसे छात्र जिन्होंने 2020, 2021, 2022 2023, 2024 में एडमिशन लिया या लेने वाले हैं उनके भविष्य पर क्या फर्क पड़ेगा ।

माता-पिता का रुझान उनके बच्चों को कहीं दूर न भेजकर आसपास से पढ़ाने का ट्रेंड आ गया । मार्केट में अधिक job ना होने के कारण स्टूडेंट्स ने अपनी शिक्षा को आगे बढ़ाने का फैसला लिया । इससे शिक्षा का क्षेत्र चाहे वह ऑफलाइन हो या ऑनलाइन हो काफी बढ़ गया । अब इस स्थिति में मार्केट में job कम और कॉलेज में स्टूडेंट ज्यादा हो गए इसी बीच में एक बात और हुई कि जैसा कि आप जानते हैं कि कोई भी कॉलेज या इंस्टिट्यूट अपनी सीट्स को कम या ज्यादा कर सकता है खासकर इंजीनियरिंग कॉलेज में मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स को कम करके कंप्यूटर साइंस से संबंधित ब्रांच जैसे कि साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ा दिया जिस कारण से सिविल में आने वाले समय में बहुत कम है और कंप्यूटर साइंस, आईटी, साइबरसिक्योरिटी में काफी अधिक students होगे ।

अब अगर आज से 4 साल बाद की स्थिति की कल्पना करें तो आज से 4 साल का अचानक से बहुत अधिक आईटी से जुड़ा स्टूडेंट कॉलेज से पढ़कर निकलेगा और मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल सिविल से जुड़ा स्टूडेंट बहुत कम होंगे । अब जिस तरह से अमेरिका और अन्य देशों में ब्याज दर बढ़ने से जो आर्थिक मंदी की संभावना बन रही है अगर आर्थिक मंदी वास्तव में आती तो व्यवसाय और कंपनी अपने विस्तार नहीं कर पाएंगे और आईटी सर्विसेज वेबसाइट app डेवलपमेंट के काम में कमी आना स्वभाविक हो जाएगा । ऐसे में जवाब मिलना कठिन होंगे लेकिन अब बात यह आती है कि किस फील्ड से जुड़े लोगों की ज्यादा परेशानी आएगी जैसा कि ऊपर आपको बताया कि 4 साल बाद आई टी से जुड़े बहुत ज्यादा मात्रा में निकलेंगे और मैकेनिकल सिविल से जुड़े लोग कम होंगे तो ऐसा अनुमान है कि आईटी सेक्टर में एक स्थिरता आएगी एक्स्ट्रा एम्पलाई को निकाला जाएगा जैसा की शुरुआत हो चुकी है ।

लेकिन मैकेनिकल, सिविल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल को अधिक परेशानी नहीं आएगी बाकी अन्य क्षेत्रों की बात करें तो जैसा की होटल अब ओपन हो गए हैं पर्यटन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है हेल्थ सर्विसेज हमेशा ही एवरग्रीन रहा है तो होटल मैनेजमेंट टूरिज्म फार्मेसी से जुड़े जॉब में वृद्धि होगी।

सभी व्यवसाय या इंडिविजुअल अपनी ज्यादा से ज्यादा ब्रांडिंग चाहता है ऐसी स्थिति में डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े करियर वालों के रोजगार के अवसर रहेंगे। लॉकडाउन हटने के बाद अब पार्टी मैरिज बर्थडे सेलिब्रेशन तो बड़े पैमाने पर होने लगे हैं तो इवेंट मैनेजमेंट से जुड़े करियर भी फायदेमंद होंगे।

कुल मिलाकर, महामारी के बाद आई आर्थिक मंदी का छात्रों पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जो मौजूदा असमानताओं को बढ़ा रही है और उन लोगों के लिए नई चुनौतियाँ पैदा कर रही है जो पहले से ही कमजोर हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए नीति निर्माताओं, शिक्षकों और संस्थानों के लिए आवश्यक है कि वे समर्थन और संसाधन प्रदान करें ताकि छात्र अपनी शिक्षा जारी रख सकें और अपनी पूरी क्षमता हासिल कर सकें।


छात्रों द्वारा अक्सर पूछे गए प्रश्न | Frequently Asked Questions by Students

त्रिवेणी शंकर, हनुमना, म.प्र.

हरिओम मीना , केश्गनी , उ.प्र.

दिलीप साहू, बेतुल , म.प्र.

अल्पना शर्मा , रीवा, म.प्र.

विपिन सिंह, देवास, म.प्र.


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